Jahan Daal Daal Pe Sone Ki Chidiyan


Jahan Daal Daal Pe Sone Ki Chidiyan 

जहाँ डाल-डाल पर सोने की चिड़ियां

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जहाँ डाल-डाल पर
सोने की चिड़ियां करती है बसेरा
वो भारत देश है मेरा
जहाँ सत्य अहिंसा और धर्म का
पग-पग लगता डेरा
वो भारत देश है मेरा

ये धरती वो जहां ऋषि मुनि
जपते प्रभु नाम की माला
जहां हर बालक एक मोहन है
और राधा हर एक बाला
जहां सूरज सबसे पहले आ कर
डाले अपना फेरा
वो भारत देश है मेरा

अलबेलों की इस धरती के
त्योहार भी है अलबेले
कहीं दीवाली की जगमग है
कहीं हैं होली के मेले
जहां राग रंग और हँसी खुशी का
चारो और है घेरा
वो भारत देश है मेरा

जहां आसमान से बाते करते
मंदिर और शिवाले
जहां किसी नगर् मे किसी द्वार पर
को न ताला डाले
प्रेम की बंसी जहां बजाता
है ये शाम सवेरा
वो भारत देश है मेरा

Jahan Daal Daal Pe Sone Ki Chidiyan
Jahan Daal Daal Pe Sone Ki Chidiyan 

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